शरद पवार साहब का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
महाराष्ट्र में रातोंरात बाजी पलट गई है। देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में भाजपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने सरकार बना ली है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने फडणवीस और अजित पवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसे लेकर शिवसेना का राज्य की कमान संभालने का सपना चकनाचूर हो गया है। शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत का कहना है कि राजभवन की शक्तियों का दुरुपयोग किया गया है। शरद पवार का इससे लेना-देना नहीं है।
संजय राउत ने कहा, 'शरद पवार साहब का इससे कोई लेना-देना नहीं है। अजित पवार ने महाराष्ट्र के लोगों को धोखा दिया है। कल नौ बजे तक ये महाशय (अजित पवार) हमारे साथ बैठे थे। बाद ये अचानक गायब हो गए। वो नजर से नजर मिलाकर बात नहीं कर रहे थे। उससे हमें शक भी हुआ था। जो व्यक्�
राउत ने आगे कहा, 'उद्धव ठाकरे जी और शरद पवार जी एक-दूसरे के संपर्क में हैं और वह आज मुलाकात करेंगे। वह मीडिया को साथ में संबोधित कर सकते हैं। लेकिन तथ्य यह है कि अजीत पवार और उनका समर्थन करने वाले विधायकों ने छत्रपति शिवाजी महाराज और महाराष्ट्र का अपमान किया है। सत्ता के लिए भतीजे ने चाचा को धोखा दिया है।'